हैदराबाद की दिशा के साथ जो हुआ उसने बता दिया कि सात साल पहले निर्भया कांड के बाद महिला सुरक्षा के नाम पर जो वादे किये गये थे, जो इरादे जताए गए थे उनको पूरा करने की दिशा से देश पूरी तरह भटक चुका है या फिर देश शायद कभी उस दिशा में बढ़ा ही नहीं.