हमारे यहां अक्सर ये कहावत सुनी जाती है कि ना माया मिली ना राम. क्या महाराष्ट्र में शिवसेना पर यही कहावत फिट होने वाली है? ये सवाल इसलिए क्योंकि दिन भर मीटिंग पर मीटिंग, फोन पर फोन के बाद भी आखिर में जाकर शिवसेना सरकार बनाने पर फंस गई है. शिवसेना को आज शाम साढ़े सात बजे तक का वक्त मिला था लेकिन कांग्रेस और एनसीपी से समर्थन की औपचारिक चिट्ठी ना मिल पाने पर शिवसेना के सामने मुसीबत आ गई. खबरदार में आज देखें इसी पर हमारी खास पेशकश.