एक लुटे-पिटे मुल्क के प्रधानमंत्री इमरान खान भी कटोरा लेकर सउदी अरब दौड़ लगाकर आए और वहं से भीख लेकर ही लौटे. सउदी अरब पाकिस्तान के सेंट्रल बैंक में 300 करोड़ डॉलर जमा करवाएगा ताकि पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार को सपोर्ट किया जा सके. इसके अलावा सउदी अरब, अगले एक साल तक पाकिस्तान को 120 करोड़ डॉलर का तेल भी देने को तैयार हो गया है. हालांकि सउदी अरब ये मदद फ्री में नहीं करेगा, बल्कि कुल 420 करोड़ डॉलर के कर्ज पर 3.2 प्रतिशत की दर से ब्याज वसूलेगा. सउदी अरब से मिली इस खैरात को इमरान खान अपनी बड़ी उपलब्धि बता रहे हैं. लेकिन ये वही इमरान खान हैं जो प्रधानमंत्री बनने से पहले अन्य देशों से मदद को पाकिस्तान की तौहीन बताते थे.