झूठ के ठेकेदार यू-टर्न लेकर भागते हुए दिखाई दे रहे हैं. आखिरकार सुशांत केस में धोखेबाजी का दी एंड होता दिख रहा है. एम्स की फॉरेन्सिक रिपोर्ट ने सुशांत की मौत को आत्महत्या बताया है. इसके बाद से भ्रम की फैक्ट्री में खलबली है. आजतक ने सुशांत केस पर शुरु से ही आपके सामने सारे तथ्य रखे. बिना मिर्च मसाला लगाए. सत्य को आप तक पहुंचाया और आज इस रिपोर्टिंग की वजह से भ्रम फैलाने वाली फैक्ट्रियों पर ताला लगने की नौबत आ गई है. फॉरेन्सिक रिपोर्ट में भावुकता का कोई स्थान नहीं होता. इसलिए एम्स की रिपोर्ट में भावुकता नहीं है. सिर्फ तथ्य हैं और जब तथ्य सामने आए तो झूठ फैलाने वालों के लिए जवाब देना मुश्किल हो गया. देखिए खबरदार, श्वेता सिंह के साथ.