हनीप्रीत को ये तय करने में 38 दिन लग गए कि अब भागते रहने का कोई फायदा नहीं है. या यूं कहें कि वो तबतक भागती रही जबतक वो थक नहीं गई. हनीप्रीत से ही सुनिए इन इन 38 दिनों में वो कहां-कहां गई. किससे-किससे मिली और मीडिया में चल रही खबरों पर क्या महसूस किया. अब उसके हर बयान का फैसला अदालत को करना है लेकिन ये तय हो चुका है कि राम रहीम के जेल जाने के बाद हनीप्रीत का जलवा खत्म हो चुका है.