जम्मू-कश्मीर को लेकर केंद्र सरकार में क्रांति हो गई है. क्रांति इसलिए कि साढ़े तीन साल तक वो जिस नीति पर चलती रही उसे उसने अंतिम डेढ़ साल में छोड़ने का फैसला किया है. मोदी सरकार ने उग्रवादियों के साथ जैसे को तैसा सलूक करने का रास्ता छोड़कर बातचीत का एलान किया है. इसके लिए उसने आईबी के पूर्व चीफ देवेश्वर शर्मा को अपना वार्ताकार बनाया है. गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि कश्मीर पर आगे का रास्ता वही तय करेंगे.