गोरखपुर के बीआरडी कॉलेज में दो दिन में हुई 34 बच्चों की मौत पर गोरखपुर अब शांत हो चुका है. लेकिन सियासत अभी भी गर्म है. प्राइवेट प्रैक्टिस करने के आरोप में कफील अहमद से कल ही इंसेफलाइटिस विभाग के नोडल ऑफिसर की कुर्सी छीन ली गई थी. लेकिन अगर वाकई यह इतना बड़ा गुनाह है तो योगी सरकार नाम देखकर कार्रवाई क्यों कर रही है. क्योंकि बीआरडी कॉलेज के उसी कंपाउंड में तमाम डॉक्टर आज भी खुल्लमखुल्ला प्राइवेट प्रैक्टिस कर रहे हैं.