मदरसों को तिरंगा भी लहराना होगा और राष्ट्रगान भी गाना होगा. तमाम विवादों और संवादों के बाद आखिरकार अदालत को यह व्यवस्था देनी पड़ी है. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने ये कहते हुए एक मौलाना की याचिका खारिज कर दी कि राष्ट्रगान गाने से मुसलमानों की आस्था को कोई ठेस नहीं लगती. यह एक ऐसा फैसला है जिसके बाद मुसलमानों को राष्ट्रगान और राष्ट्रध्वज पर अपना तंग नजरिया छोड़ना होगा.