नागरिकता कानून से लेकर बेरोजगारी, निजीकरण- तक के तमाम मुद्दों को लेकर आज मजदूरों से लेकर बेरोजगार- नेता से लेकर छात्र तक सड़कों पर हैं.  भारत बंद का सबसे ज्यादा असर बंगाल के बाद बिहार में देखने को मिल रहा है.