मैं भाग्य हूं, आपकी नियति, आपका कल, आपके कर्मों का फल. मैं अक्सर ये कहता हूं कि आपस में प्रेम रखोगे तो ये दुनिया खूबसूरत नजर आने लगेगी. क्योंकि प्रेम ही वो ताकत है, प्रेम ही वो शक्ति है जिसके बल पर आप सभी पर विजय पा सकते हैं. लेकिन बहुत से लोग हैं जो सिर्फ नफरत ही बोते हैं, नफरत ही काटते हैं और नफरत ही अपनाते हैं. क्या फायदा मिलता है इससे?