आज 'मैं भाग्य हूं' में बताया गया है कि अगर आप कर्म न कर सिर्फ मेरे भरोसे रहते हैं तो नुकसान होता है . कर्म से ही भाग्य का निर्धारण होता है.  यदि आप अच्छा कर्म करते हैं तो अच्छाई पाते हैं और अगर बुरा करते हैं तो बुरा पाते हैं.