किसी भी बुरे काम को करने के समय बहुत आनंद आता है. लेकिन जब उसके परिणाम सामने आते हैं तो व्यक्ति सोचने पर मजबूर हो जाता है कि उसने ऐसा क्यों किया. लेकिन तब तक देर हो चुकी होती है.