बिना विचारे जो करे सो पाछे पछताये, काम बिगाड़े आपनो जग में होत हंसाए.. ये कहावत आपने कई बार सुनी और कही होगी पर क्या कभी इसके अर्थ को खुद या किसी दूसरे से जोड़कर देखा है? दरअसल इंसान खुद है ही गलतियों का पुतला. मैं भाग्य हूं, आज आपको ऐसी कहानी सुनाने आया हूं जो आपको ये समझाएगी कि कब इंसान को उसके अपने ही शब्द नुकसान पहुंचा सकते हैं. देखें- 'मैं भाग्य हूं' का ये वीडियो.