बचपन से यही सिखाया जाता है कि कर्म करते चलो फल की चिंता मत करो. आज मैं भाग्य हूं में भी देखिए कि कैसे कर्म करने वालों के देर-सवेर लेकिन अच्छा फल मिलता है.