'एक था राजा' में राज की बहन घायल हो गई है. राज इसका जिम्मेदार विक्रमजीत को मानता है. वहीं तोषी भी किडनैप हो गया है. राज, तोषी की तलाश में सही जगह पहुंच जाता है, जहां उसे छिपा कर रखा गया है, लेकिन तोषी वहां से भी भाग जाता है. राज अपनी बहन की इस हालत का जिम्मेदार खुद को मानने लगता है इसलिए माता रानी के मंदिर जाकर वह खुद को सजा देने लगता है. ये सब रानी से देखा नहीं जाता और वो राज से ऐसा न करने की गुजारिश करती है.