काशी के बाजीराव आखिरकार 1 साल बाद युद्ध से वापिस लौट आए हैं. बाजीराव के लिए काशी ने की है खूब सारी तैयारी और वह इसे बाजीराव को दिखाना भी चाहती है. बाजी की वापसी से काशी तो बहुत खुश है. इतनी कि उसके पांव ही जमीं पर नहीं पड़ रहे हैं. लेकिन उसे देखकर बाजीराव पहले तो हैरान होता है और फिर बाद में उसका हाथ पकड़ लेता है. इस पर तो काशी खुशी से झूम जाती है और उसे उत्सव की तैयारी दिखाना चाहती है. अब देखते हैं कि क्या काशी के साथ उनका प्यार परवान चढ़ेगा या मस्तानी के आने से बाजीराव की दिशा ही बदल जाएगी.