प्रत्यूषा तो चली गईं, लेकिन उनकी यादें आज भी ताजा है. प्रत्यूषा और उनके परिवार ने शोक सभा रखी. यहां उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. उनके सभी दोस्त यहां पहुंचे और उनके लिए इंसाफ मांगा.