बंगाल में सुभाष चंद्र बोस के नाम पर चुनावी राजनीति घूम रही है. केंद्र सरकार ने सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिन पर पराक्रम दिवस मनाने का ऐलान कर दिया है तो टीएमसी बिफरी हुई है. क्योंकि टीएमसी को लगता है कि सुभाष चंद्र बोस बंगाल के हैं. बंगाल टीएमसी का है इसलिए नेता जी टीएमसी के हुए. जय हिंद वो नारा, जिसने क्रांति की अलख जगाई और वो क्रांतिवीर, जिन्होंने मां भारती को गुलामी की दांसतां से मुक्त करने के लिए लिए प्रण प्राण लगा दिया. उन्हीं नेताजी के नाम पर बंगाल में नेतागीरी हो रही है. केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय की ओर से ये गजट जारी किया गया है. इस गजट में ऐलान किया गया है कि 23 जनवरी को यानि नेता जी सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिन को देश पराक्रम दिवस के रूप में मनाएगा. इतना ही नहीं, इसके लिए बाकायदा 85 सदस्यों वाली एक कमेटी बना दी गई, इस कमेटी की अगुवाई खुद पीएम मोदी कर रहे हैं. देखें देशतक, चित्रा त्रिपाठी के साथ.