इस क्रूर समय ने बहुतों को संस्कार के साथ माटी में मिलने का मौका तक नहीं दिया. बहुत सारे लोग बेबसी में जिए, और बेचारगी में दुनिया छोड़ गए. लेकिन इसके बाद उनके शवों के साथ जो हुआ,वो असहनीय था. हमने आपको प्रयागराज में गंगा किनारे शवों की कतारें दिखाईं थीं. हमने दिखाया था कि कैसे लोग अपनों को गंगा की रेत में दबा के चले जा रहे हैं. लेकिन शखंनाद में हम आपको बताएंगे नगर निगम के उस सफाई अभियान के बारे में, जिसके तहत शवों पर पड़ी रामनामी हटाई जा रही है, जिसके तहत समाधियों से हटाए जा रहे हैं बांस, जिसके तहत शवों पर फिरसे डाली जा रही है मिट्टी. देखें ग्राउंड रिपोर्ट.