उत्तर प्रदेश के दूसरे इलाकों के मुकाबले पूर्वांचल काफी पिछड़ा हुआ है. पूर्वांचल की जनता का कहना है कि वे विकास के साथ-साथ वहां रोजगार, शिक्षा, बिजली खास मुद्दे हैं. उनका कहना है कि विकास का कोई भी काम विधायक द्वारा नहीं कराया गया.
कहा जाता है कि जो पार्टी पूर्वांचल में जीत हासिल कर लेती है तो लखनऊ की सीट पर उसी का कब्जा होता है. 2012 में समाजवादी पार्टी ने पूर्वांचल में 106 सीट जीती थीं. इस बार बीएसपी और बीजेपी में कड़ी टक्कर है. पूर्वांचल की जनता किन मुद्दों पर करेगी वोटिंग?