महापुरुषों की भूमि बंगाल, गुरुदेव रवींद्र नाथ टैगोर की भूमि बंगाल. लेकिन सत्ता का स्वभाव ही होता है बदलना, सो बंगाल की सियासत भी बदल रही है और बंगाल की बदलती सियासत में, राजनीति के बदलते दौर में, चुनावों में वोटों का आधार बदल रहा है. आज श्वेतपत्र हम इस मुद्दे पेश करेंगे कि क्या ये सही है कि बंगाल में जाति सोचकर वोट दे रहे हैं? जाति सोचकर वोट मांगे जा रहे हैं? क्या जाति की एंट्री फुल एंड फाइनल हो चुकी है पश्चिम बंगाल में? देखें श्वेत पत्र.