कृषि कानूनी की वापसी की शुरूआत हो गई लेकिन सरकार के इसी फैसले की वजह से क्या किसान आंदोलन को नई ऑक्सीजन मिल गई है? सवाल बड़ा है क्योंकि अब किसान संगठनों ने तीनों कृषि कानूनों की वापसी के एलान के बाद छह नई शर्ते सरकार के सामने ऱखी थी. अपने आंदोलन को नई धार और रफ्तार देने का पूरा प्लान बना लिया है. किसान संगठन अब आंदोलन को अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुंचाने की तैयारी कर चुके हैं. कई अंतरराष्ट्रीय किसान संगठनों को आंदोलन में शामिल किया गया है. 26 नवंबर को दुनियाभर में प्रोटेस्ट होंगे, भारतीय दूतावास लेकर धर्म स्थलों के बाहर विरोध प्रदर्शन होगा. तो देश में ट्रैक्टर रैली निकाली जाएगी. संसद के शीत सत्र के दौरान प्रदर्शन होंगे. सरल शब्दों में समझे से मोदी सरकार के फैसले के बाद भी आंदोलनकारी अपनी नई छह मांगें पर अड़ गए हैं. देखिए स्पेशल रिपोर्ट का ये एपिसोड.
The Modi cabinet took up the farm law repeal bill today and will be tabled in the winter session of Parliament. The process of withdrawal of three agricultural laws has been started, but due to this decision of the government, has the farmers' agitation got new oxygen? Watch this episode of Special Report.