साल 2021 बीत गया है लेकिन इसके साथ बीते साल की कुछ बातें भी बीत जातीं तो अच्छा होता. नए साल में देश कोरोना के नए वैरिएंट से जूझ रहा है और अंदरूनी-बाहरी, नई-पुरानी तमाम चुनौतियां ताल ठोंक रही हैं. हम आज आपको वो चुनौतियां दिखाएंगे जो साल 2022 के लिए घोषणा पत्र जैसी हैं, हर चुनौती एक परीक्षा है. बीता साल देश को कोरोना की दूसरी लहर का दर्द और वैक्सीन की खुशियां दोनों दे गया, लेकिन ओमिक्रॉन की चुनौती भी विरासत में 2022 के लिए छोड़ गया है. फरवरी-मार्च में यूपी समेत पांच राज्यों में चुनाव होने हैं. साल के अंत में गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनाव होने हैं. ये माना जा रहा है कि ये चुनाव बीजेपी समेत हर सियासी पार्टी के भविष्य को तय करने वाले चुनाव होंगे. यही कारण है कि साल 2022 अलार्मिंग चुनौती बनकर हर राजनीतिक दल के सामने सामने भी खड़ा है और देश के लोकतंत्र के सामने भी. क्या हैं साल 2022 की चुनौतियां? देखें स्पेशल रिपोर्ट का ये एपिसोड.