रामनवमी के दिन योगी सरकार की पहली बैठक हुई जिसमें सरकार ने किसानों को राहत देते हुए बहुप्रतिक्षित कर्जमाफी का फैसला लिया गया. यूपी के 86 लाख किसानों को इस फैसले से राहत मिलेगी. कर्ज माफी के फैसले से सरकार पर 36 हजार करोड़ का भार पड़ेगा. कैबिनेट बैठक में यांत्रिक बूचड़खानों को बंद करने का फैसला किया गया है. इसके साथ ही गाजीपुर में स्टेडियम को लेकर भी चर्चा हुई. किसानों के गेहूं को खरीदने का फैसला भी बैठक में लिया गया है.
कर्ज माफी के फैसले को पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने किसानों के साथ धोखा बताया है. उन्होंने कहा कि वादा कर्ज माफी का था किसी तरह की सीमा का नहीं. इस फैसले से गरीब किसान ठगा महसूस कर रहे हैं. वहीं कांग्रेस ने फैसला को सही ठहराया लेकिन कहा कि योगी सरकार ने वादा पूरा नहीं किया है.