पश्चिम बंगाल की सियासत की दो घटनाओं पर देशभर की नजर है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नंदीग्राम से विधानसभा चुनाव लड़ने वाली हैं, उन्होंने ऐलान किया कि शुभेंदु अधिकारी के गढ़ से वे चुनाव लड़ेंगी. वहीं दूसरी तरफ शुभेंदु अधिकारी ने ऐलान किया है कि अगर उन्होंने ममता बनर्जी को हराया नहीं तो संन्यास ले लेंगे. ममता बनर्जी ने नंदीग्राम की रैली में 30 मिनट भाषण दिया, लेकिन एक बार भी शुभेंदु अधिकारी का नाम नहीं लिया. ये वही इलाका है जहां शुभेंदु का सियासी दबदबा है. आखिर ममता शुभेंदु अधिकारी के गढ़ में गई, नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया लेकिन शुभेंदु पर खामोश रही।ममता बनर्जी के इस मास्टर स्ट्रोक के आगे की सियासी कहानी क्या है. देखें स्पेशल रिपोर्ट, अंजना ओम कश्यप के साथ.