करीब-करीब हर शहर, जिला और कस्बे के पुलिस अफसर बदले गए. थानों-चौकी तक को उलट-पुलट दिया गया, योगीजी ने अलग-अलग मंचों से गुंडों को सीधे ललकारा, लेकिन नतीजा क्या निकला? कभी मुजफ्फरनगर तो कभी सहारनपुर, कभी बरेली तो कभी मथुरा और अब जेवर... योगीराज के पहले डेढ़ महीने में जुर्म कम होने की बजाय 27 फीसदी बढ़ गया है.