रूसी फ़ौजियों के बूचा को बूचड़खाना बनाने की तस्वीरें तो पूरी दुनिया ने देखी. लेकिन एक पूरे के पूरे शहर को मरघट में तब्दील कर देने की दरिंदगी को जिस 'टॉर्चर रूम' में अंजाम दिया गया, अब उसकी तस्वीरें देख कर दुनिया कांप रही है. कीव शहर से महज़ 35 मील की दूरी पर ये रूसी फ़ौज का वो कथित 'टॉर्चर रूम' है, जिनकी तस्वीरों ने पूरी दुनिया को हिला दिया है. अब इस 'टॉर्चर रूम' की तुलना हिटलर के गैस चेंबर से की जाने लगी है. वो गैस चेंबर में जिसमें दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान सैकड़ों यहूदियों को तड़पा-तड़पा कर मौत के घाट उतार दिया गया था. रूसी फ़ौजियों और चेचेन लड़ाकों को खदेड़ने के बाद जब यूक्रेनी फ़ौजियों ने दोबारा इस टाउन पर क़ब्ज़ा किया, तो बच्चों के एक सेनेटोरियम के अंधेरे बेंसमेंट में दाखिल होते ही बड़े से बड़े जिदार फ़ौजियों के क़दम ठिठक गए. यहां इस टॉर्चर रूम के कोने-कोने में सिर्फ़ और सिर्फ़ लाशें बिखरी पड़ी थीं. बेगुनाह शहरियों की लाशें और हर लाश अपने-आप में मौत से पहले ख़ुद के साथ हुई दरिंदगी की गवाही देती हुईं. देखें वारदात
The world is trembling after seeing the pictures of Bucha. Just 35 miles from the city of Kyiv, this is the alleged 'torture room' of the Russian army, whose pictures have shaken the whole world. Now this 'torture room' is being compared to Hitler's gas chamber. In the gas chamber in which hundreds of Jews were tortured and put to death during the Second World War.