कहते हैं काठ की हांडी बार-बार चूल्हे पर नहीं चढ़ती. सुशांत केस को लेकर झूठ फैलानेवालों का अब यही हाल है. बगैर किसी सबूत के सिर्फ सुनी-सुनाई बातों और सोशल मीडिया पर फैलाए गए झूठ के साथ बहकर जिन लोगों ने सुशांत की मौत को कत्ल साबित करने की कोशिश की, आज उनकी पोल खुल गई है. सीबीआई से लेकर एम्स के सात-सात फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स ने अपनी तफ्तीश के बाद पूरे विश्वास के साथ ये दो टूक कह दिया है कि जी हां सुशांत ने खुदकुशी ही की थी.उनका क़त्ल नहीं हुआ. देखिए वारदात.