कुदरत का कहर जब धरती पर टूटता है, तो क्या इंसान, क्या बेज़ुबान और क्या बेजान. किसी का जोर नहीं चलता. चमोली जिले के जोशीमठ इलाके की ये भयावह तस्वीरें इसी बात की गवाह हैं. रविवार की सुबह जब तक ये हादसा नहीं हुआ था, इस इलाके में सबकुछ खुशनुमा था. गुनगुनी धूप खिली थी लेकिन जैसे ही जोशीमठ से करीब 25 किलोमीटर दूर रेणी गांव में ग्लेशियर टूटने की वारदात हुई. एकाएक लोगों को जीवन देनेवाली नदियां ही लोगों के लिए काल बन गई. ग्लेशियर के टूटने से धौलीगंगा नदी में ऐसा बहाव आया कि जो भी इस नदी के रास्ते में आया, बहता चला गया. इंसान, मकान, पुल, चट्टान, जानवर, पहाड़ सब कुछ. कोई भी नहीं बच पाया हालत ये हुई कि देखते ही देखते जोशीमठ और आस-पास के इलाकों की खूबसूरती पानी, कीचड़, मलबे और तबाही में तब्दील हो गई. रेणी गांव से लेकर ऋषिगंगा तक हाहाकार मच गया. देखें वारदात, शम्स ताहिर खान के साथ.