यूपी में आपने एनकाउंटर में गोलियां चलते देखीं और अंधेरे में भी पुलिसवालों को सही निशाना लगाते देखा. बंदूक नहीं थी तो मुंह से गोली चलाते देखा. लेकिन फिर भी आपने कुछ नहीं देखा. क्योंकि जो अब देखेंगे उसके आगे ये सारी बंदूकें और गोलियां बेकार हैं. यूपी के एक दरोगा साहब को इश्क हो जाता है. माशूक को साथ लेते हैं और रात के सन्नाटे में निकल पड़ते हैं. तभी अचानक दरोगा साहब की महबूबा एक फरमाइश कर बैठती है. देखिए आगे क्या होता है.