बुराड़ी के ललित को अपने डैडी से मिलना था. भगवान से मुलाकात करनी थी. इसलिए पूरे परिवार को फांसी के फंदे तक ले गया. सवाई माधोपुर के कंचन को भगवान शिव से मिलना था. पर शिव उससे मिलने नहीं आ रहे थे. इसीलिए उसने खुद भगवान शिव के पास जाने का फैसला कर लिया. और इसके लिए अपने परिवार के आठ सदस्यों को भी तैयार कर लिया. बुराड़ी में 30 जून 2018 की रात को जो कुछ हुआ उससे पांच साल पहले 26 मार्च 2013 को लगभग वही सब राजस्थान के सवाई माधोपुर में हुआ था.