चीन के वुहान इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी से कोरोना वायरस के निकलने की कई रिपोर्ट सामने आई है. इस लैब में खतरनाक वायरसों पर रिसर्च होती है और टीके बनाए जाते हैं. जिनसे इंसान से इंसान में संक्रमण फैलने का सबसे ज़्यादा खतरा रहता है. लैब में 1500 से ज़्यादा वायरस पर रिसर्च चल रही है. जिनमें कोविड-19 वायरस भी शामिल है. माना जा रहा है कि लैब से हीं कोरोना लिक हो गया. हालांकि वुहान के इस इंस्टिट्यूट को अमेरिका रिसर्च के लिए आर्थिक मदद दे रहा था. अमेरिका आर्थिक मदद इस लिए कर रहा था कि पता चल सके कि सार्स और कई अन्य वायरस किस तरह फैले हैं. मामला बहुचर्चित होने पर वुहान के इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के सीनियर रिसर्चर ने कहा- कोरोना का लैब से निकलने की सारी बातें बेबुनियाद है.