हादसे कभी भी किसी भी शक्ल में हमारे सामने आ जाते हैं. वारदात कहीं भी कभी भी किसी के भी साथ हो सकता है. कहीं आसमान में हेलीकॉप्टर उड़ते उड़ते गुलाटियां खाकर ज़मीन पर आ गिरा है. तो कहीं ज़मीन पर सरपट भागती मोटरसाइकिल से मां-बाप गिर पड़ते हैं. मगर बाइक उनके मासूम बच्चे को लेकर दौड़ती रहती है.