बग़दादी ने दहशत की सल्तनत बचाने के लिए इराक और सीरिया में अपने मोहरे बिछा रखे हैं. इनमें कुछ छोटे हैं कुछ बड़े हैं. कुछ वज़नदार हैं तो कुछ बस प्यादे हैं. लेकिन इन बिसात के प्यादों को कम मत समझिएगा. ये दिखने में छोटे ज़रूर हैं. लेकिन इनका असर इतना है कि सामने वाले के किले को एक झटके में भेद देते हैं. इन्हीं को सामने रखकर बगदादी अपने सिंहासन को बचाने की जुगत लगा रहा है.
असल में बगदादी मासूम मोहरों को अपने खौफ को कम करने के लिए इस्तेमाल करना चाहता है. वो खौफ जो उसके लिए कुर्दिश, इराकी, शिया, मिलिशिया और अमेरिकी फौजों ने पैदा किया है.