ज़मीन अपने अंदर से शोले उगलती है. बाहर आते ही शोले पिघलते हैं और फिर लावा या यूं कहें कि आग के दरिया की शक्ल में वही शोले करीब सौ किलोमीटर पति घंटा और 700 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ रिहाइशी बस्ती की तरफ बढ़ने लगते हैं. मध्य अमेरिकी देश ग्वाटेमाला में ये सदी का अब तक का सबसे खौफनाक ज्वालामुखी विस्फोट था.