आठ साल तक वो दिन भर अपनी दुकान पर बैठ कर लोगों के कपड़े सिलता रहा. सिलाई की उसकी हुनर और उसके हंसमुख मिज़ाज की वजह से सभी उसे पसंद करते थे. मगर रात होते ही अचानक वो दर्ज़ी से क़साई बन जाता है. दिन में लोगों के कपड़े सिलने वाला रात को लोगों को कफन पहनाने निकल पड़ता है. अब तक 33 कत्ल करने की बात वो खुद मान चुका है. बाकी की गिनती जैसे-जैसे याद आ रही है बताता जा रहा है.