मैदान एक धार्मिक आयोजन के लिए सजा था. कुर्सियां लगी थीं, बैंड बाजा भी तैयार था. चर्च के बादरी और गांव वाले बस पहुंचने ही वाले थे कि आ गया एक महा बवंडर. जिसमें देखते ही देखते कुर्सियां आसमान की सैर करने लगीं. कुछ ही पल में सब तहस नहर हो गया. तो क्या यहां किसी भूत ने मचाया था ये उत्पात. चलिए देखते हैं.