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हरियाणा से केमिकल लाकर बनाया 40 हजार लीटर नकली डीजल-पेट्रोल, सस्ते दामों में बेचकर कमाते थे मुनाफा

राजस्थान के खैरथल-तिजारा में भारी मात्रा में नकली पेट्रोल डीजल (fake Petrol and diesel) मिला है. सूचना मिलने के बाद पुलिस ने छापेमारी की तो हड़कंप मच गया. पुलिस का कहना है कि हरियाणा से केमिकल लाकर ये नकली पेट्रोल और डीजल तैयार किया जा रहा था. इस दौरान मौके से 40 हजार लीटर नकली फ्यूल मिला है, जिसे नष्ट कराया गया है.

केमिकल से बना रहे थे नकली पेट्रोल और डीजल. केमिकल से बना रहे थे नकली पेट्रोल और डीजल.
हिमांशु शर्मा
  • अलवर,
  • 23 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 7:20 AM IST

राजस्थान के खैरथल-तिजारा के किशनगढ़बास क्षेत्र में नकली पेट्रोल डीजल (fake Petrol and diesel) बनाने का खुलासा हुआ है. लंबे समय से केमिकल से यहां नकली पेट्रोल डीजल बनाया जा रहा था. पुलिस ने मौके से करीब 40 हजार लीटर नकली पेट्रोल डीजल ड्रम में भरा हुआ था, जिसे पुलिस ने नष्ट करा दिया है. मामले की जांच पड़ताल के लिए इंडियन ऑयल सहित अन्य ऑयल कंपनी के अधिकारियों को भी बुलाया गया.

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खैरथल-तिजारा जिला पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार चौधरी ने बताया कि किशनगढ़बास के गांव कांकरा में एक छोटी ढाणी में नकली पेट्रोल डीजल की सूचना मिली. इस पर पुलिस टीम ने गांव में दबिश दी. 

पुलिस टीम ने गांव को घेर लिया, उसके बाद छापेमारी की. पुलिस को देख ग्रामीण मौके से फरार हो गए. इस दौरान भारी मात्रा में केमिकल बरामद हुआ. पुलिस को केमिकल से भरे 184 ड्रम मिले हैं. वहीं भारी मात्रा में नकली पेट्रोल व डीजल भी बरामद किया गया है. मौके से कैश मिला है.

यह भी पढ़ें: पटनाः केमिकल मिलाकर केरोसिन से बना रहे थे नकली डीजल, पुलिस पहुंची तो इधर-उधर भागने लगे आरोपी 

पुलिस ने बताया कि हरियाणा से केमिकल लाकर उसमें अन्य एसेंस व केमिकल मिलाकर नकली डीजल-पेट्रोल तैयार किया जाता था. इसके बाद डिमांड के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्रों में सप्लाई किया जाता था. यह दिखने में बिल्कुल डीजल व पेट्रोल की तरह नजर आता है. मौके पर ड्रम और बड़ी टंकियों में मिले केमिकल और नकली पेट्रोल डीजल को नष्ट करने के लिए कई क्रेन को लगाया गया. 

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इस कार्रवाई के बाद आसपास क्षेत्र में हड़कंप मच गया. इस दौरान डीएसओ सहित अन्य टीमों को बुलवाया गया और केमिकल की जांच करवाई गई. फिलहाल पुलिस टीम कार्रवाई में जुटी है. इस दौरान डीएसओ रणधीर, इंडियन ऑयल कंपनी के प्रतिनिधि शुभम शर्मा, रसद विभाग की प्रवर्तन निरीक्षक रेखा खींची सहित कई अधिकारी मौजूद रहे.

ग्रामीण क्षेत्रों में सप्लाई होता है नकली पेट्रोल-डीजल

पुलिस ने बताया कि तैयार होने वाला नकली पेट्रोल-डीजल ग्रामीण क्षेत्रों में सप्लाई किया जा रहा था. दूरदराज के गांव में पेट्रोल पंप की सुविधा नहीं होती है, इसलिए वहां नकली पेट्रोल डीजल की खपत ज्यादा रहती है. जांच पड़ताल में सामने आया है कि इनका नेटवर्क राजस्थान के अलावा आसपास के क्षेत्र में भी फैला हुआ था.

हरियाणा से आता था केमिकल

पुलिस जांच में सामने आया कि हरियाणा से केमिकल लाया जाता था. उसके बाद उसमें रंग, एसेंस व अन्य केमिकल मिलाकर नकली पेट्रोल डीजल तैयार किया जाता था. नकली पेट्रोल व डीजल हूबहू असली पेट्रोल डीजल की तरह दिखाई देता था, उसमें इस तरह की गंध आती है.

इस मामले में जांच अधिकारियों ने बताया कि नकली पेट्रोल डीजल सस्ते दामों में बेचा जा रहा था. राजस्थान में पेट्रोल डीजल के भाव सबसे ज्यादा हैं, ऐसे में मिलावटखोर मोटा मुनाफा कमाते हैं. इससे गाड़ी को खासा नुकसान पहुंचता है. लंबे समय तक यह डालते रहने से गाड़ी का इंजन भी सीज हो सकता है.

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