
राजस्थान के अलवर, भरतपुर और मेवात क्षेत्र साइबर ठगी के मामलों में बदनाम हो चुके हैं. इसे रोकने के लिए पुलिस ने सख्त रुख अपनाते हुए एंटीवायरस अभियान की शुरुआत की है. रामगढ़ क्षेत्र के नांगल टप्पा गांव में सोमवार को एक विशेष बैठक आयोजित की गई, जिसमें 500 से अधिक लोग शामिल हुए.
अलवर एडिशनल एसपी तेजसिंह और डीएसपी सुनील कुमार शर्मा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि साइबर ठगी में लिप्त लोगों को चिह्नित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि नए कानून के तहत अब अपराधियों को कोर्ट से आसानी से जमानत नहीं मिलेगी और ठगी की संपत्ति सीज कर ली जाएगी.
साइबर अपराध पर सख्त हुई पुलिस
पुलिस ने युवाओं को चेतावनी देते हुए कहा कि जो लोग ठगी के गोरखधंधे में शामिल हैं, वो आज से ही संभल जाएं. वरना पुलिस उन्हें घर से गिरफ्तार करेगी. ठगी के पैसों से बने मकानों पर बुलडोजर चलाकर उन्हें ध्वस्त किया जाएगा.
एडिशनल एसपी ने कहा कि इस बैठक का मकसद अपराधियों को एक आखिरी मौका देना है. भीड़ में शामिल साइबर ठग सोच लें कि आज बच सकते हैं, लेकिन दो दिन बाद पुलिस की गिरफ्त से कोई नहीं बचेगा. साथ ही पुलिस ने लोगों से अपील की कि वो साइबर अपराधियों की पहचान करें और समाज को इस अपराध से मुक्त करने में सहयोग दें.
गांव में पंचायत लगाकर अपराधियों को दी हिदायत
बता दें, अलवर जिले की रामगढ़ थाना पुलिस ने सेक्सटॉर्शन के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपी लोगों को डरा-धमकाकर ठगी की घटना को अंजाम देते थे. पुलिस ने आरोपियों के पास से 5 एंड्राइड मोबाइल भी बरामद किए हैं. जिसमें अश्लील वीडियो व फोटो मिली है. इन्हीं अश्लील वीडियो की मदद से आरोपी आम लोगों को सेक्सटॉर्शन के जाल में फंसाते थे और डरा-धमकाकर ठगी करते थे.