
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. चर्चित फोन टैपिंग केस में बड़ा मोड़ आया है. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पूर्व ओएसडी लोकेश शर्मा सरकारी गवाह बन गए हैं. दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए शर्मा को जमानत पर छूटे गहलोत के पूर्व ओएसडी लोकेश शर्मा की सरकारी गवाह बनने की अर्जी पटियाला हाउस कोर्ट ने मंजूर कर लिया है.
दरअसल, लोकेश शर्मा की ओर से एडवोकेट रोहन वाधवा ने माफी की अपील की थी. अब अशोक गहलोत की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, क्योंकि लोकेश शर्मा ने गहलोत पर उनका फोन टैप करवाने और उनके जरिए मीडिया को बांटने का आरोप लगाया था. इस मामले में अशोक गहलोत ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर सरकार गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया था और मामले की सीधी जांच एसओजी और एसीबी को दी थी, जिसके खिलाफ केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने दिल्ली में केस दर्ज कराया था.
कौन हैं लोकेश शर्मा?
अशोक गहलोत के OSD रहे लोकेश शर्मा को राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के वॉर रूम का सह-अध्यक्ष बनाया गया था. वो लंबे समय तक अशोक गहलोत के सहयोगी के तौर पर काम कर चुके हैं. जब चुनाव आयोग देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों की तारीख बता रहा था, कुछ ही देर बाद 9 अक्टूबर 2023 को ही लोकेश शर्मा को दिल्ली पुलिस का नोटिस मिला था. जिस फोन टैपिंग केस की दिल्ली पुलिस जांच कर रही है, उसकी शिकायत केंद्रीय मंत्री और जोधपुर से बीजेपी सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत ने दर्ज करायी है. दिल्ली पुलिस ने 25 मार्च 2021 को एफआईआर दर्ज किया था.