
राजस्थान के बालोतरा जिले में मामूली विवाद के बाद एक दलित युवक की चाकू मारकर हत्या कर दी गई. उसके परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए मॉर्चरी के बाहर धरना दिया. पुलिस ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए आठ टीमें बनाई गई हैं और इस मामले की जांच डीएसपी को सौंपी गई है.
पुलिस ने बुधवार को बताया कि विशना राम मेघवाल (22) का हर्षदान चरण से गाड़ी हटाने को लेकर विवाद हो गया. विवाद के दौरान हर्षदान ने विशन राम पर चाकू से हमला कर दिया, जिसमें वो गंभीर रूप से घायल हो गया.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, क्षेत्राधिकारी सुशील मान ने बताया कि मृतक के परिजनों और समाज के लोगों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मॉर्चरी के बाहर धरना दिया. उन्होंने बताया कि अस्पताल ले जाते समय मेघवाल की मौत हो गई. बालोतरा के एसपी कुंदन कावरिया ने बताया कि चरण की गिरफ्तारी के लिए आठ टीमें गठित की गई हैं. मामले की जांच पुलिस उपाधीक्षक को सौंपी गई है.
पूर्व सीएम गहलोत ने उठाया मुद्दा
इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस घटना पर भजनलाल सरकार की आलोचना की. उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, ''बालोतरा में दलित युवक की हत्या राज्य में कमजोर होती कानून-व्यवस्था का उदाहरण है.'' उन्होंने आगे कहा कि ये बेहद निंदनीय है कि दिनदहाड़े हत्या के मामले में भी पीड़ित पक्ष को आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए धरना देना पड़े.
गहलोत ने कहा कि पिछले वर्ष में दलितों, आदिवासियों और पिछड़े वर्गों के खिलाफ अपराध में लगातार वृद्धि हुई है. राज्य सरकार को इस मामले में तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए और पीड़ित परिवार को न्याय सुनिश्चित करना चाहिए.