
राजस्थान के बारां में 21 दिसंबर को एक बुजर्ग की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. इस मर्डर केस में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, दूसरे आरोपी की तलाश अभी जारी है. मामला हरनावदा शाहजी थाना क्षेत्र के भटगांव का है. एसपी राजकुमार चौधरी ने बताया कि 21 दिसंबर को भटगांव निवासी मुकेश मीणा ने पुलिस थाना हरनावदाशाहजी पर एक लिखित रिपोर्ट दी थी.
इसमें बताया था कि उसके चाचा रामदयाल पुत्र भूरालाल मीना सुबह चाय पीकर भैंसों को खेत पर लेकर चले गए. शाम को भैंसें घर पर आ गईं लेकिन चाचा घर नहीं लौटे. इसके बाद परिवार के कुछ लोग खेत पर उन्हें तलाशने करने गए. वहां देखा कि उसके चाचा लहूलुहान हालत में पड़े हुए हैं. सांसें थम चुकी थीं. बड़ी ही बेरहमी से उनकी हत्या की गई थी. उनके कानों से सोने की बालियां भी गायब थीं.
मुकेश ने शक जताया कि किसी बदमाश ने सोने की बालियां लूटने के इरादे से उसके चाचा की हथियारों से वार कर हत्या कर दी होगी. सूचना मिलने पर पुलिस भी पहुंची. पुलिस ने परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी. एसपी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मामले के खुलासे और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की. घटनास्थल का निरीक्षण करने के लिए एफएसएल टीम और डॉग स्कवाड टीम कोटा को भी बुलाया गया.
एसपी चौधरी ने बताया कि गठित टीमों ने थाना हरनावदाशाहजी इलाके के स्मैक पीने के अड्डों पर दबिश देकर करीब 24 स्मैकचियों से और इस तरह के अपराधों में पूर्व में चालानशुदा अपराधियों की लिस्ट बनाकर पूछताछ की. घटनास्थल के आसपास के गांव भटगांव, पाटडी, देवरीमुंड में टीमों द्वारा और गांव वालों की सहायता से मामले के संबंध में स्मैकचियों और संदिग्धों के घर पर दबिश देकर स्मैकचियों को डिटेन किया. उनकी से गहनता से पूछताछ की गई.
इसके बाद घटना के बाद से ही फरार चल रहे संदिग्ध भटगांव निवासी रामबिलास मीणा की तलाश कर डिटेन कर उससे भी पूछताछ की गई तो उसने बताया कि 21 दिसंबर को शाम को साथी पाटडी निवासी राजू उर्फ राजेश मीणा के यहां स्मैक पी रहे थे. उन्हें और ज्यादा नशा करना था. लेकिन उनके पास पैसे नहीं थे. इसलिए उन्होंने किसी को लूटने का प्लान बनाया. फिर जैसे ही उन्हें रामदयाल दिखा. उन लोगों ने फिर पीछे से आकर रामदयाल के सिर पर कुल्हाड़ी से वार किया. इससे रामदयाल बेहोश होकर वहीं गिर पड़ा.
दोनों फिर उसके कान से बालियां निकालने लगे. उन्हें लगा कि शायद रामदयाल ने उन्हें देख लिया था. अगर वो रामदयाल को जिंदा छोड़ देंगे तो वो उनकी रिपोर्ट दर्ज करवाएगा. इससे उन्हें जेल हो जाएगी. इसलिए उन्होंने बेहोशी की हालत में रामदयाल का चाकू से गला रेतकर उसे मार डाला. फिर वहां से फरार हो गए.
बता दें, पुलिस ने आरोपी रामबिलास पुत्र भंवरलाल मीणा को तो गिरफ्तार कर लिया है. वहीं दूसरा आरोपी राजू उर्फ राजेश फरार है. जिसकी तलाश जारी है.