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राजस्थान: गैंगरेप और धर्मांतरण के खिलाफ हिंदू समाज का आक्रोश, बिजयनगर और भीलवाड़ा बंद

Rajasthan News: ब्यावर जिले के बिजयनगर कस्बे में नाबालिक बालिकाओं को प्रेम जाल में फंसा कर शोषण करने के मामले सहित भीलवाड़ा शहर में गैंगरेप की घटना को लेकर हिंदू समाज के आह्वान पर सोमवार को भीलवाड़ा बंद रखा गया है.

प्रतीकात्मक तस्वीर (फोटो:META AI) प्रतीकात्मक तस्वीर (फोटो:META AI)
प्रमोद तिवारी
  • भीलवाड़ा/ब्यावर,
  • 10 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 4:15 PM IST

राजस्थान में ब्यावर जिले का बिजयनगर और भीलवाड़ा शहर आज बंद रहे. लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाकर ब्लैकमेल, गैंगरेप और जबरन धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डालने की घटनाओं के विरोध में सकल हिंदू समाज यह बंद बुलाया था. इसका व्यापक असर देखा गया. इस बंद के चलते बाजार, दुकानें और लघु उद्योग भारती के आह्वान पर बड़े उद्योगों में आधे दिन का कामकाज ठप रहा.

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बंद की गंभीरता को देखते हुए जिला कलेक्टर जसमीत सिंह संधु ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यपालक मजिस्ट्रेट नियुक्त किए हैं, वहीं भीलवाड़ा एसपी धर्मेंद्र सिंह यादव ने शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जगह-जगह पुलिस जाब्ता तैनात किया है. 

ब्यावर जिले के बिजयनगर में नाबालिग लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाकर शोषण और भीलवाड़ा के कोतवाली व प्रतापनगर थाना क्षेत्र में गैंगरेप की घटनाओं के खिलाफ सकल हिंदू समाज और संत समाज ने यह बंद बुलाया. 

बंद के समर्थक बड़ी संख्या में टोलियां बनाकर शहर में घूमते नजर आए. श्री गेस्ट हाउस चौराहे पर सकल हिंदू समाज के लोग एकत्र हुए और वहां से रैली के रूप में शहीद चौक पहुंचे, जहां एक विशाल सभा का आयोजन हुआ. इस सभा को राजस्थान संत समाज के अध्यक्ष और हरी सेवा उदासीन आश्रम के महामंडलेश्वर महंत हंसराम ने संबोधित किया. 

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विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के प्रांत सह प्रमुख गणेश प्रजापत ने कहा, "अजमेर, बिजयनगर और भीलवाड़ा में लव जिहाद के नाम पर धर्मांतरण, गैंगरेप और ब्लैकमेल की वारदातों ने हिंदू समाज में आक्रोश पैदा कर दिया है. इसी के विरोध में यह बंद आयोजित किया गया है. हमारी मांग है कि इन मामलों की सीबीआई जांच हो और आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए." 

प्रशासन ने किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. यह बंद इन गंभीर आरोपों के खिलाफ समाज की एकजुटता और गुस्से का प्रतीक बन गया है, साथ ही यह मांग उठा रहा है कि ऐसी घटनाओं पर कठोर कार्रवाई की जाए.

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