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राजपूत वोट बैंक को साधने की तैयारी में BJP, PM मोदी, शाह करेंगे राजस्थान दौरा

राजस्थान में राजपूत करीब 14 फीसदी हैं जिनका 60 विधानसभा सीटों पर असर है. जयपुर, जालोर, जैसलमेर, बाड़मेर, कोटा, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, अजमेर, नागौर, जोधपुर, राजसमंद, पाली ,बीकानेर और भीलवाड़ा जिलों में राजपूत वोट निर्णायक हैं.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
शरत कुमार
  • जयपुर,
  • 02 मई 2023,
  • अपडेटेड 11:30 PM IST

कर्नाटक चुनाव के खत्म होने से पहले हीं बीजेपी ने राजस्थान चुनाव को लेकर अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है. 12 मई को पिछली बार रोत होने की वजह से भाषण नहीं दे पाने के बाद फिर से आने का अपना वादा निभाने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिर से सिरेोही आ रहे हैं तो 15 मई को गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पूर्व उपराष्ट्रपति भैरो सिंह शेखावत के गांव खाचारियावास आ रहे हैं. 

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वसुंधरा से किनारा करने के बाद बीजेपी अब राजस्थान में बीजेपी के संस्थापक और कद्दावर नेता भैरो सिंह शेखावत के जरीए अपने राजपूत वोट बैंक को और मजबूत बनाएगी. पिछली बार आनंदपाल प्रकरण में राजपूतों की नाराजगी की वजह से वोटों के मामूली अंतर से चुनाव हारनेवाली बीजेपी राजपूत वोट बैंक को फिर से अपना मजबूत किला बनाएगी. 

चार बार के राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे भैरो सिंह शेखावत राजपूतों के कदेदावर नेता थे और उनकी वजह से राजपूत बीजेपी के कोर वोटर रहे हैं. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने जब जाटों को आरक्षण दिया तब भी राजपूत बीजेपी के साथ खड़े रहे मगर वसुंधरा काल में भैरोसिंह शेखावत और उनके कामकाज की चर्चा की उपेक्षा की वजह उनकी विरासत को विसरा दिया गया था. 

भैरो सिंह शेखावत के दामाद ऩरपत सिंह राजवी को वसुंधरा राजे ने मंत्री भी नहीं बनाया और तब से दोनों के बीच झगड़ा भी रहा. पिछली बार बीजेपी की हार की  एक वजह यह भी मानी गई है. मगर इसबार भैरो सिंह शेखावत के गांव में आकर जनसभा कर बीजेपी राजपूत वोट बैंक को फिर से पूरी तरह अपनी तरफ लाना चाहती है. 

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राजस्थान में राजपूत करीब 14 फीसदी हैं जिनका 60 विधानसभा सीटों पर असर है. जयपुर, जालोर, जैसलमेर, बाड़मेर, कोटा, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, अजमेर, नागौर, जोधपुर, राजसमंद, पाली ,बीकानेर और भीलवाड़ा जिलों में राजपूत वोट निर्णायक हैं. बीजेपी के पास केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़, सांसद दीया किमारी, कोटा की पूर्व महरानी कल्पना राजे जैसे कद्दावर राजपूत नेता हैं. 

हाल हीं में गुलाबचंद कटारिया को असम के राज्यपाल बनाए जाने के बाद नेता प्रतिपक्ष के पद पर भी राजेंद्र सिंह राठौड़ कोौ बैठाकर बीजेपी ने राजपूतों में बड़ा संदेश दिया है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जोपी नड्डा का भी अगले दो सप्ताह में कोटा का दौरा प्रस्तावित है. माना जा रहा है कि कर्नाटक चुनाव होते हीं बीजेपी के सभी बड़े नेता पूरी तरह से राजस्थान में डेरा डाल देंगे.
 

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