
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को राजस्थान के बीकानेर जिला पहुंचेंगे. वे वहां नौरंगदेसर में एक जनसभा को संबोधित करेंगे. इस जनसभा के जरिए बीजेपी का 6 जिलों की 30 विधानसभा और 4 लोकसभा सीटों को साधने का मेगा प्लान है. पीएम मोदी कार्यक्रम के दौरान 2,500 करोड़ रुपये से ज्यादा की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे. इससे पहले शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया ने कार्यक्रम की व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक की और रैली स्थल का निरीक्षण किया.
मेघवाल ने बताया कि जनसभा में बीकानेर और आसपास के इलाकों से बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे. दरअसल, राजस्थान में कुछ महीने बाद विधानसभा चुनाव हैं. सालभर के अंदर लोकसभा चुनाव भी होने हैं. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाही राज्य-राजस्थान को जीतने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. यही वजह है कि पिछले 9 महीने में पीएम मोदी शनिवार को राजस्थान में सातवां दौरा करने जा रहे हैं. वे यहां बीकानेर से राजस्थान के 6 जिलों की 30 विधानसभा और चार लोकसभा सीटों पर चुनावी जमीन तैयार करेंगे.
चुनावी माहौल में पीएम का उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में पहला दौरा
हालांकि, इस चुनावी मौसम में मोदी की उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में यह पहला दौरा होगा. इससे पहले पीएम ने सितंबर 2022 में आबू रोड, नवंबर 2022 में बांसवाड़ा, जनवरी 2023 में भीलवाड़ा, फरवरी 2023 में दौसा, मई 2023 में नाथद्वारा और अजमेर का दौरा किया था. अब मोदी बीकानेर का दौरा करने जा रहे हैं. मोदी लंबे समय बाद इस क्षेत्र की धरती पर उतरेंगे. अब तक इस क्षेत्र में बीजेपी की ओर से गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सक्रिय रहे हैं.
ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करेंगे
बीकानेर वो जिला है, जहां कांग्रेस के तीन विधायक हैं और तीनों ही सरकार में मंत्री हैं. इधर, बीजेपी मुख्यमंत्री की मुफ्त योजनाओं को टारगेट कर विकास मॉडल पर फोकस कर रही है. यहां वे अमृतसर और जामनगर के बीच 20,000 करोड़ रुपये की लागत से बने ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करेंगे. वे करोड़ों के अन्य विकास संबंधी कार्यों का भी उद्घाटन करेंगे. उनके साथ सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी होंगे.
6 जिलों में राजनीतिक संदेश देने का प्लान
यही कारण है कि रैली में बीकानेर संभाग के जिलों श्रीगंगानगर, चूरू, हनुमानगढ़ और बीकानेर के साथ-साथ नागौर और झुंझुनू जिलों से भी बीजेपी कार्यकर्ताओं को बुलाया गया है, ताकि छह जिलों तक राजनीतिक संदेश दिया जा सके.
दलित बाहुल्य सीटों को साधने की तैयारी
राजस्थान के राजनीतिक विश्लेषक और लेखक भंवर मेघवंसी कहते हैं कि प्रधानमंत्री ने हाल ही में कहा था कि भविष्य की राजनीति दलितों, शोषितों, वंचितों की होगी. ऐसे में प्रधानमंत्री का बीकानेर दौरा दलित बाहुल्य सीटों पर राजनीतिक लाभ लेने की सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है. मकसद लीड हासिल करना है, वैसे भी प्रधानमंत्री के सभी दौरे चुनावी से जुड़े हैं. राजनीति के लिहाज से बीकानेर उनके करीबी मंत्री अर्जुन राम मेघवाल का संसदीय क्षेत्र भी है. मेघवाल पहले भी बीकानेर आते रहे हैं. चाहे हाल ही में बीकानेर जिले में एक दलित लड़की के साथ बलात्कार और हत्या का मामला हो या हाल ही में दो लड़कियों के साथ भागने का मामला.
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6 जिलों में ब्राह्मण, दलित और जाट सबसे बड़ा वोट बैंक
उन्होंने कहा, भाजपा ने इन मामलों को बहुत आक्रामक तरीके से उठाया है और मुद्दे को जाति-धर्म की राजनीति की ओर मोड़ने की कोशिश की है. सामाजिक कार्यकर्ता राकेश शर्मा ने जातिगत समीकरणों पर बात की और कहा- बीकानेर बैठक के जरिए बीजेपी जिन इलाकों को साधना चाहती है, वहां ब्राह्मण, दलित और जाट सबसे बड़ा वोट बैंक हैं. इनमें श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर और चूरू के कुछ हिस्सों में अच्छी खासी दलित आबादी है. बीकानेर में खाजूवाला, चूरू में सुजानगढ़, श्रीगंगानगर में अनूपगढ़ और रायसिंहनगर, हनुमानगढ़ में पीलीबंगा, झुंझुनू में पिलानी और नागौर में जायल एससी सीटें हैं. ऐसे में इलाके में एससी वोटर काफी अहम होंगे.
राजस्थान में 10 दिन के अंदर 4 बड़े नेताओं के दौरे
उन्होंने कहा कि इसके अलावा, बीकानेर में ब्राह्मण और जाट, श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ में जाट सिख, नागौर में जाट, चूरू में ब्राह्मण और जाट मतदाता महत्वपूर्ण हैं. इन इलाकों में राजपूत मतदाताओं का भी काफी प्रभाव है. पीएम मोदी ने अपने दौरों में मुख्य रूप से आदिवासी, गुर्जर, मीना समुदाय की मदद की है. अब इस दौरे से माना जा रहा है कि पीएम दलित समाज को साधने की कोशिश करेंगे. राजनीतिक विशेषज्ञों का यह भी दावा है कि बीजेपी ने 10 दिन के भीतर अपने चार सबसे बड़े नेताओं को राजस्थान का दौरा कराया है.
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इस साल जिन राज्यों में चुनाव होने हैं, उनमें बीजेपी का सबसे ज्यादा फोकस राजस्थान पर ही है. यही वजह है कि बीजेपी के चार बड़े नेता पहले विधानसभा और फिर लोकसभा चुनाव पर फोकस करते हुए राजस्थान का दौरा कर चुके हैं. पिछले 10 दिनों में गृह मंत्री अमित शाह उदयपुर, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भरतपुर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जोधपुर और अब पीएम नरेंद्र मोदी बीकानेर आ रहे हैं.
4 लोकसभा सीटों पर भी फोकस
इस दौरे से बीजेपी की नजर राजस्थान की चार लोकसभा सीटों पर भी रहेगी. इनमें से चारों सीटों पर फिलहाल बीजेपी का कब्जा है. खासकर बीकानेर एससी सीट है. मंत्री और बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व के करीबी अर्जुन मेघवाल यहां से सांसद हैं. इसके अलावा गंगानगर भी एससी सीट है. वहीं, चूरू और झुंझुनूं के मतदाताओं को भी लुभाने की कोशिश की जाएगी.
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राजस्थान में AAP भी लगा रही है जोर
आम आदमी पार्टी भी इस इलाके में अपना जोर लगा रही है. पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है. श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ पंजाब के निकटवर्ती जिले हैं. ऐसे में आम आदमी पार्टी इन इलाकों में अपना संगठन मजबूत करने में जुटी है. 2023 के विधानसभा चुनाव में आप को सबसे ज्यादा उम्मीद इसी इलाके से है. ऐसे में इस क्षेत्र में वाम दलों, कांग्रेस के साथ-साथ आम आदमी पार्टी के साथ-साथ बीजेपी के लिए भी चुनौती होगी.