
'आमजन में विश्वास और अपराधियों में डर' का दावा करने वाली राजस्थान पुलिस मदद मांगने पर भी मदद नहीं करती है. यही नहीं, थाने पहुंच शिकायत भी दें तो एफआईआर दर्ज करने से बचती है. इसकी बानगी तब दिखी जब जयपुर में एक बीएड छात्रा स्कूल में लेक्चर देकर वापस घर लौट रही थी और रास्ते में बाइक सवार बदमाश ने उससे लूटपाट करने का प्रयास करते हुए झपट्टा मारा. लेकिन छात्रा ने उल्टा पलटवार किया तो बदमाश घसीटते हुआ उसे ले गया. जब बात नहीं बनी तो बदमाश मौके से फरार हो गया. लेकिन घायल पीड़िता ने तुरंत खुद को संभालकर 100 नंबर पर हेल्प मांगी, लेकिन फिर भी पुलिस नहीं पहुंची.
दरअसल, घटना बीते 26 जनवरी की है. जब लक्ष्मीनगर विस्तार की रहने वाली 22 वर्षीय प्रिया बकोलिया चांदाबाड़ी में उच्च माध्यमिक स्कूल में पढ़ाकर घर लौट रही थी. स्कूल से वेदजी के चौराहे के बाद वह पैदल घर की तरफ निकल पड़ी. लेकिन पहले से पीछा कर रहे बाइक सवार ने प्रिया का पर्स छीनने का प्रयास किया. लेकिन प्रिया ने पर्स नहीं छोड़ा तो बदमाश उसे 50 फीट तक बाइक से घसीटता रहा. लेकिन बहादुर लड़की ने आखिरी दम तक पर्स नहीं छोड़ा. ऐसे में बदमाश घबरा गया और मौके से भाग छूटा. देखें Video:-
बहादुरी दिखाने वाले प्रिया के हाथ और पैर में चोट आई है. लेकिन उससे भी गहरी चोट करधनी थाना पुलिस के रवैये ने उसे दी है. जिसकी वजह से आज दिन तक वह डरी सहमी घर में दुबक कर रहने को मजबूर है.
100 नंबर पर कॉल किया लेकिन पुलिस नहीं पहुंची
पीड़ित छात्रा के भाई दीपक का कहना है, घटना के वक़्त उसकी बहन ने 100 नंबर पर कॉल किया लेकिन पुलिस नहीं पहुंची. फिर जब वह खुद करधनी थाने पहुंचा तो पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की. फिर उसने खुद वारदात का सीसीटीवी फुटेज खंगाल फुटेज में दिखाई दे रही बाइक के नंबर के आधार पर इंश्योरेंस कंपनी से संपर्क कर बाइक मालिक का पता किया तो पता चला कि बाइक चोरी हो गई.
पुलिस का काम पीड़िता का भाई कर रहा
यानी कि बदमाश ने चोरी की बाइक से पूरी वारदात को अंजाम दिया. जब दीपक ने इसकी भी सूचना पुलिस को दी उसके बावजूद भी पुलिस रिपोर्ट दर्ज करने से कतराती रही. इस पूरी वारदात का सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तब जाकर रविवार देर शाम तक पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है, लेकिन ताज्जुब की बात है कि जो काम पुलिस को करना चाहिए वह काम पीड़ित छात्रा का भाई कर रहा है और उसके बावजूद भी पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही.
जबकि महिला सुरक्षा को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पुलिस को सख्त निर्देश दिए हैं, लेकिन फिर भी राजधानी जयपुर की पुलिस इसे हल्के में ले रही है. यही वजह है कि अब इस पूरी घटना को लेकर कोई भी पुलिस अधिकारी बोलने से बच रहा है.