
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A. पर करारा हमला किया है. कहा कि सनातन धर्म को खत्म करने को लेकर इंडिया गठबंधन के नेता जो बयान दे रहे हैं, उनको आगह करना चाहता हूं कि सनातन कभी खत्म नहीं होगा. वहीं G-20 समिट पर कांग्रेस की नेता के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि ये कांग्रेस की मानसिकता का दिवालियापन है. यूपीए गठबंधन का नाम इंडिया गठबंधन किया है. मगर, चोला बदलने से राजनेताओं का चाल, चलन ,चरित्र नहीं बदलता है.
गौरतलब है कि बीजेपी की परिवर्तन संकल्प यात्रा गुरुवार को भीलवाड़ा जिले की शाहपुरा विधानसभा क्षेत्र मुख्यालय पहुंची. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने रोड़ शो भी किया. फिर सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश सरकार पर बेरोजगारी, शिक्षा, किसान कर्ज माफी, महिला अत्याचार, बजरी माफिया और पेपर माफिया को लेकर हमला बोला.
'विपक्ष के पास न तो नेता है और न नीति'
अनुराग ठाकुर ने कहा कि जो काम कांग्रेस की सरकार अपने शासन काल में नहीं कर पाई, वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साढ़े नौ साल में पूरे कर दिए. सभा के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि सनातन धर्म को खत्म करने की बात कहने वालों से इतना ही कहना चाहता हूं कि आप संविधान और बाबा साहब अंबेडकर का अपमान करने के साथ ही 140 करोड़ भारतवासियों को भी नीचा दिखाने का काम कर रहे हो.
मंत्री ने कहा अगर, यही भविष्य का प्लान और रणनीति विपक्ष की है तो यही कह सकता हूं कि उनके पास न तो नेता है, न नीति है. ये राजनेता याद रखें न देश में मुगल सनातन को खत्म कर पाए. न अंग्रेज खत्म कर पाए. सनातन है, था और रहेगा.
'तख्त बदल देंगे, ताज बदल देंगे, इन बेईमानों का राज बदल देंगे'
साथ ही अनुराग ठाकुर ने कहा कि ये राजनेता संविधान का उल्लंघन कर रहे हैं. इस गठबंधन के लोगों का काम सनातन धर्म, संविधान और हिंदुओं को अपमानित कर वोट बटोरना रह गया है. राजस्थान की जनता परिवर्तन का मन बना चुकी है. गहलोत सरकार ने जो महिला अत्याचार, पेपर लीक, भ्रष्टाचार, खनन और भू-माफियाओं को खुली छूट दे रखी है, उससे जनता मुक्ति पाना चाहती है. इसलिए जनता ने फैसला ले लिया है कि तख्त बदल देंगे, ताज बदल देंगे, इन बेईमानों का राज बदल देंगे.
G-20 समिट पर राजनीति हो रही है पर उन्होंने कहा कि इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है. कांग्रेस की बड़ी नेत्री का बयान कांग्रेस की मानसिकता का दिवालियापन की निशानी है. गांधी परिवार खुद के दम पर कुछ नहीं कर पाया है. दो बार कांग्रेस को नेता प्रतिपक्ष चुनने का अवसर नहीं मिल पाया है. आगे भी नहीं मिलेगा.