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सांवलिया सेठ मंदिर में एक महीने में 10 करोड़ से ज्यादा का आया चढ़ावा, सोने-चांदी का वजन अभी बाकी

राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के सुविख्यात कृष्ण धाम सांवलिया जी मंदिर में इस महीने दान पात्र से दस करोड़ से ज्यादा की राशि निकल चुकी है. अभी गिनती का तीसरा दिन है और सोने चांदी के जेवरातों की गणना बाकी है. बता दें कि यहां हर महीने अमावस्या से एक दिन पहले दान पात्र खोलकर राशि की गिनती की जाती है.

चढ़ावे की गिनती करते मंदिर प्रबंधन के लोग. चढ़ावे की गिनती करते मंदिर प्रबंधन के लोग.
aajtak.in
  • चित्तौड़गढ़,
  • 10 मई 2024,
  • अपडेटेड 12:34 PM IST

राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले (Chittorgarh) में सुविख्यात कृष्ण धाम सांवलिया जी मंदिर (Sanwaliya Seth Temple) में चतुर्दशी को दान पात्र खोला गया. इस दौरान जब गिनती की गई तो उसमें 10 करोड़ से अधिक का चढ़ावा निकला है, जबकि अभी भी काफी राशि की काउंटिंग होना बाकी है. बता दें कि यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु अपनी कामना लेकर पहुंचते हैं और भगवान के दर्शन करते हैं.

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मंडफिया स्थित श्री सांवलिया जी मंदिर में हर महीने अमावस्या से एक दिन पहले दान पात्र खोला जाता है. यहां बड़े स्तर पर मंदिर मंडल के कार्मिकों द्वारा पूरी पारदर्शिता के साथ गणना शुरू की जाती है. दान पात्र से राशि निकाले जाने के बाद उसकी गिनती तकरीबन चार से पांच दिन तक जारी रहती है.

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इस बार भी अमावस्या के एक दिन पूर्व भंडारा (दान पात्र) खोला गया और राशि की गणना शुरू की गई. गिनती के तीसरे दिन तक 10 करोड़ 80 लाख 15 हजार रुपये की राशि निकली है. हालांकि अभी गणना जारी है. सोने चांदी के जेवरातों की गणना अभी भी बाकी है. इनका वजन किया जाएगा.

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हर महीने बड़ी संख्या में श्रद्धालु देते हैं दान, दर्शन कर मांगते हैं मन्नत

मंदिर में चढ़ाने के रूप में आए जेवरातों का वजह होने के बाद ही पता चलेगा कि कितने के जेवरात चढ़ावे में आए हैं. यहां सांवरिया सेठ के दर्शन करने के लिए हर रोज बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं और भगवान के दर्शन कर अपनी मन्नत मांगते हैं. आस्थावान लोग यहां हर महीने दान पात्र में करोड़ों की राशि भेंट करते हैं.

रिपोर्टः पीयूष मूंदड़ा

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