
राजस्थान के कोटा में छात्रों के सुसाइड की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं. बीते रविवार को NEET की तैयार कर रहे 2 स्टूडेंट्स ने सुसाइड कर लिया था. इसी बीच राजस्थान के कैबिनेट मंत्री महेश जोशी ने कहा कि देश में कोचिंग प्रणाली पर प्रतिबंध लगाने वाली नीति लागू होनी चाहिए.
महेश जोशी ने कोटा में होने वाले सुसाइड को लेकर चिंता जताई है. इस साल कोटा में सुसाइड के 24 मामले सामने आए हैं. उन्होंने आजतक से बातचीत करते हुए कहा कि देश में कोचिंग प्रणाली पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए. प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को इस प्रणाली पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक नीति लानी चाहिए.
इस बीच राजस्थान के शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि आत्महत्या करना पाप है. उन्होंने कहा कि सुसाइड के बारे में सोचना भी पाप है और इसे करना उससे भी बड़ा पाप है. वहीं कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने उन कोचिंग संस्थानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की जहां छात्र सुसाइड कर रहे हैं.
राजस्थान के सार्वजनिक स्वास्थ्य और इंजीनियरिंग विभाग (PHED) मंत्री महेश जोशी ने कहा कि माता-पिता पर एजुकेशन लोन का बोझ उम्मीदवारों के बीच तनाव की बड़ी वजहों में से एक है. उन्होंने कहा कि केंद्र को एक नीति बनानी चाहिए ताकि माता-पिता को शिक्षा के लिए पैसे उधार न लेने पड़ें.
27 अगस्त को 2 छात्रों ने किया सुसाइड
27 अगस्त को आविष्कार शंबाजी कासले (17) ने जवाहर नगर में अपने कोचिंग सेंटर की बिल्डिंग की छठी मंजिल से दोपहर करीब 3.15 बजे छलांग लगा ली. उसने यह कदम इंस्टीट्यूट का टेस्ट देने के बाद उठाया. विज्ञान नगर के सीओ धर्मवीर सिंह ने कहा कि संस्थान के कर्मचारी कासले को अस्पताल लेकर गए, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई.
कासले की मौत के चार घंटे बाद ही आदर्श राज (18) ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया. पुलिस ने बताया कि आदर्श प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था, उसने रविवार शाम करीब 7 बजे कुन्हाड़ी पुलिस थाना क्षेत्र में अपने किराए के फ्लैट में फांसी लगा ली. हर साल 2 लाख से अधिक छात्र इंजीनियरिंग के लिए JEE और मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश पाने के लिए NEET जैसे कॉम्पटीशन एग्जाम की तैयारी के लिए कोटा जाते हैं.