Advertisement

कांग्रेस चिंतन शिविर के बाहर से हटाए गए सचिन पायलट के बैनर-पोस्टर, विरोध में उतरे समर्थक

कांग्रेस एक के बाद एक कर राज्यों से सत्ता गंवा रही है. हाल ही में 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा. इन सबके बीच कांग्रेस में लगातार नेतृत्व परिवर्तन की भी मांग उठ रही है. इन सब चुनौतियों से निपटने के लिए कांग्रेस ने यह चिंतन शिविर बुलाया है.

सचिन पायलट. -फाइल फोटो सचिन पायलट. -फाइल फोटो
शरत कुमार
  • जोधपुर,
  • 12 मई 2022,
  • अपडेटेड 12:37 PM IST
  • उदयपुर नगर निगम ने हटाया पोस्टर-बैनर
  • विरोध जताते हुए सड़कों पर उतरे समर्थक

राजस्थान के उदयपुर में कांग्रेस चिंतन शिविर के बाहर से कांग्रेस नेता सचिन पायलट का फोटो हटा दिया गया है. बताया जा रहा है कि उदयपुर नगर निगम ने पायलट के फोटो, पोस्टर और बैनर को हटाया है. पाटलट के के समर्थकों ने शिविर के बाहर उनके पोस्टर, बैनर और फोटो लगाए थे. उधर, उदयपुर नगर निगम की ओर से की गई इस कार्रवाई का सचिन पायलट के समर्थकों ने विरोध किया है. 

Advertisement

चिंतन शिविर के बाहर से सचिन पायलट के फोटो और पोस्टर-बैनर हटाए जाने के बाद उनके समर्थकों ने विरोध करना शुरू कर दिया है. चिंतन शिविर स्थल के बाहर सैंकड़ों की संख्या में पायलट समर्थक जुट गए और सड़कों पर उतरने की बात कही है.

बता दें कि कांग्रेस ने उदयपुर में 13 से 15 मई यानी तीन दिन का चिंतन शिविर बुलाया है. इस शिविर में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है.

अंदरूनी चुनौतियों से निपटना कांग्रेस का लक्ष्य 

अपने बुरे दौर से गुजर रही कांग्रेस ने उदयपुर में 13 से 15 मई यानी तीन दिन का चिंतन शिविर बुलाया है. इसमें शामिल होने के लिए नेताओं को आमंत्रण भी भेजे जा चुके हैं. सभी को 12 मई तक आने के लिए कहा गया है. 

Advertisement

तीन दिन के इस शिविर में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है. इसके अलावा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल भी चिंतन शिविर में पहुंचेंगे. इस शिविर में 400 से ज्यादा नेता हिस्सा लेंगे. कांग्रेस ने इसके लिए सभी CWC सदस्य, राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष, सीएलपी नेता, विधानसभा में नेताओं, कांग्रेस सांसदों और पार्टी के विभिन्न संगठनों के प्रमुखों को निमंत्रण भेजा है.

पार्टी का प्रदर्शन सुधारने की रणनीति पर होगा विचार

इस शिविर में आने वाले राज्यों में विधानसभा चुनाव की रणनीति तैयार होगी. कांग्रेस का चिंतन शिविर ऐसे वक्त पर हो रहा है, जब पार्टी ने आगे की राजनीतिक चुनौतियों से निपटने और 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति तैयार करने के लिए एक कमेटी के गठन का ऐलान किया है. चिंतन शिविर में कांग्रेस के देशभर के बड़े नेता शामिल होंगे, यहां पार्टी के आंतरिक मुद्दों पर चर्चा होगी, साथ ही संगठन को मजबूत करने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर भी विचार होगा. 

विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए बनाए गए 6 पैनल

सोनिया गांधी ने चिंतन शिविर के दौरान राजनीतिक और संगठनात्मक महत्व, सामाजिक न्याय, अर्थव्यवस्था, किसानों और युवाओं के मुद्दों पर चर्चा के लिए 6 पैनल भी बनाए हैं. इस शिविर में मल्लिकार्जुन खड़गे जहां राजनीतिक मुद्दों पर पैनल का नेतृत्व करेंगे, वहीं भूपिंदर सिंह हुड्डा कृषि और किसानों पर समिति का नेतृत्व करेंगे. मुकुल वासनिक संगठनात्मक मामलों के समन्वय पैनल का नेतृत्व करेंगे. सोनिया गांधी ने इन पैनलों में G 23 के तमाम नेताओं को शामिल किया है, जो कांग्रेस में लगातार नेतृत्व परिवर्तन की मांग कर रहे हैं.

Advertisement

ये भी पढ़ें

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement